Ashok Tiwari

तारा रानी श्रीवास्तव

तारा रानी श्रीवास्तव  एक भूली-बिसरी कहानी है तारा रानी श्रीवास्तव की! बिहार के पटना के पास सारण में जन्मीं तारा की शादी कम उम्र में ही एक स्वतंत्रता सेनानी फुलेंदु बाबू से हो गयी थी। जब ज्यादातर महिलाओं को घर से निकलने नही दिया जाता था, तब उन्होंने आगे बढ़कर गाँधी जी के आंदोलन का […]

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हनुमान जन्मोत्सव पर

हनुमान जी एक कुशल प्रबंधक भी थे। वे मानव संसाधन का बेहतर उपयोग करना जानते थे। मैनेजमेंट गुरुओं के मुताबिक, रामायण  में ऐसे कई उदाहरण हैं जिससे साबित होता है कि महाबली हनुमान में मैनेजमेंट की जबर्दस्त क्षमता थी।  सही प्लानिंग : श्री हनुमानजी ऊर्जा प्रदान करने वाले शक्ति और समर्पण के पुंज हैं। आज

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श्रीकृष्ण की 16 कलाएं

भगवान श्रीकृष्ण सभी 16 कलाओं के स्वामी हैं। चंद्रमा की सोलह कलाएं होती हैं। उपनिषदों अनुसार 16 कलाओं से युक्त व्यक्ति ईश्‍वरतुल्य होता है। कुमति, सुमति, विक्षित, मूढ़, क्षित, मूर्च्छित, जाग्रत, चैतन्य, अचेत आदि  शब्दों का संबंध हमारे मन और मस्तिष्क से होता है, जो व्यक्ति मन और मस्तिष्क से अलग रहकर बोध करने लगता

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श्रमिकों के लिए गांधी जी बोले थे

गाँधी जी ने कहा था —  ** मैं श्रम अथवा काम के विभाजन में विश्वास करता हूँ। लेकिन मैं मजदूरी की बराबरी पर ज़ोर देता हूँ। वक़ील, डॉक्टर या अध्यापक को भंगी की अपेक्षा ज़्यादा पैसा लेने का हक़ नहीं है। जब यह होगा तब श्रम के विभाजन से राष्ट्र अथवा विश्व का उत्थान होगा।

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मजदूर दिवस पर

दिनाँक 1 मई, 1886 को पूरे अमेरिका के 11 हज़ार कारख़ानों के लगभग साढ़े तीन लाख श्रमिकों ने हड़ताल कर दी थी । इस हड़ताल का मुख्य केन्द्र शिकागो शहर था। उनकी माँग थी कि काम के घण्टे को अट्ठारह से घटाकर आठ घण्टे किया जाये और वह भी मज़दूरी में बिना किसी कटौती के।

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परिश्रम

श्रम में ‘परि’ उपसर्ग लगाकर परिश्रम हो गया।   मेहनत कैसी भी क्यों न हो, मेहनत तो मेहनत है। पता नहीं किसने, क्यों और कैसे मानसिक और शारीरिक श्रम में भेद पैदा कर दिया? श्रम तो दोनों में लगता है, लेकिन मानसिक श्रम को शारीरिक श्रम से ऊंचा और सम्मानजनक सामाजिक पहचान मिल गई।  आज हर

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नीलकंठ धारणी

———बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष चर्चा ——- नीलकंठ धारणी  Nīlakaṇṭha Dhāraṇī नीलकंठ धारणी (नीलकंठ धारा)  एक प्राचीन बौद्ध प्रार्थना है,  जो चीन जापान तिब्बत कोरिया ताइवान आदि के बौद्ध मठों में प्रतिदिन गाई जाती है । यह प्रार्थना भगवान बुद्ध के पूर्वजीवन बोधिसत्व भगवान अवलोकितेश्वर रूप में विद्यमान नीलकंठ भगवान की स्तुति है ।  इस प्रार्थना

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राजा मार्तण्ड वर्मा

राजा मार्तण्ड वर्मा – जिसने डचों को पराजित किया – कोलाचेल का युद्ध   डच लोग वर्तमान नीदरलैंड (यूरोप) के निवासी हैं. भारत में व्यापार करने के उद्देश्य से इन लोगों ने 1605 में डच ईस्ट इंडिया कंपनी बनायीं और ये लोग केरल के मालाबार तट पर आ गए . ये लोग मसाले , काली

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हिंदी है विश्व की सबसे जादा बोली और समझी जाने वाली भाषा

  चीनी भाषा नहीं बल्कि हिंदी है विश्व की सबसे जादा बोली और समझी जाने वाली भाषा Apr 21, 2017, सामान्यतः यह माना जाता है कि चीनी भाषा (मंदारियन) विश्व की सबसे जादा बोली जाने वाली भाषा है जिसे 1 अरब 20 करोड़ लोग बोलते हैं . दूसरे स्थान पर स्पेनिश भाषा आती है जिसे

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दस्तक देता ऊर्जा संकट

  दस्तक देता ऊर्जा संकट : क्या भारत एक ऊर्जा सुरक्षित देश है ? दुर्भाग्य से इसका उत्तर ‘नहीं’ में है . हम विश्व के सर्वाधिक ऊर्जा असुरक्षित देशों में हैं . ऊर्जा सुरक्षा से अभिप्राय है कि देश के प्रत्येक नागरिक को हर समय वाजिब दाम पर निर्बाध ऊर्जा उपलब्ध रहे . अर्थात ऊर्जा

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