Science and Technology

चेतना और क्वांटम यांत्रिकी

डॉ. स्टुअर्ट हैमरॉफ (Stuart Hameroff) और सर रोजर पेनरोस (Roger Penrose) ने चेतना को समझाने के लिए ऑर्केस्ट्रेटेड ऑब्जेक्टिव रिडक्शन (Orchestrated Objective Reduction – Orch-OR) सिद्धांत प्रस्तुत किया। यह सिद्धांत मानता है कि चेतना केवल मस्तिष्क की न्यूरोकेमिकल गतिविधियों का परिणाम नहीं है, बल्कि इसका संबंध क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics) से भी है। Orch-OR सिद्धांत […]

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क्वांटम फील्ड थ्योरी” और भारतीय तत्वज्ञान

क्वांटम ऊर्जा और “क्वांटम फील्ड थ्योरी” का भारतीय तत्वज्ञान के “आकाश तत्व” और “सहस्रार चक्र” से गहरा प्रतीकात्मक और सैद्धांतिक संबंध है। दोनों प्रणालियां ब्रह्मांडीय ऊर्जा, चेतना, और अदृश्य ताकतों के प्रभाव को समझने का प्रयास करती हैं, हालांकि इनकी भाषा और व्याख्या अलग हो सकती हैं।  आइए इसे विस्तार से समझते हैं: ================================= 1.

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से मानवता को कई संभावित खतरे हो सकते हैं, जिन पर लगातार चर्चा और शोध हो रहा है। इनमें से कुछ खतरे निम्नलिखित हैं: 1. नौकरियों का नुकसान (Job Displacement) AI और ऑटोमेशन के बढ़ते उपयोग से कई पारंपरिक नौकरियां समाप्त हो सकती हैं। खासतौर पर निम्न-कौशल वाली नौकरियों में मानव श्रमिकों

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Space and Time दिक् और काल

 Space and Time  दिक् और काल  विज्ञान में स्पेस और टाइम का कॉन्सेप्ट लगभग 100 वर्ष पूर्व से आया है , किंतु भारतीय दर्शन में यह हजारों वर्षों पूर्व विकसित हो चुका था । पुराणों में कहा गया है – दिक् च कालश्च शक्त्योर्या जगतः कारणं स्मृतम्।” अर्थात “दिक् और काल दोनों ही शक्ति के

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प्राचीन भारतीय इंजीनियरिंग ग्रन्थ

प्राचीन भारतीय इंजीनियरिंग ग्रन्थ :   विश्व के सबसे पहले तकनीकी ग्रंथ विश्वकर्मीय ग्रंथ ही माने गए हैं। विश्वकर्मीयम ग्रंथ इनमें बहुत प्राचीन माना गया है, जिसमें न केवल वास्तुविद्या, बल्कि रथादि वाहन व रत्नों पर विमर्श है। विश्वकर्माप्रकाश, जिसे वास्तुतंत्र भी कहा गया है, विश्वकर्मा के मतों का जीवंत ग्रंथ है। इसमें मानव और देववास्तु

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पाई

आपस्तम्भ सूत्र , जिसका रचना काल  150 BCE माना जाता है , में एक श्लोक है –  गोपीभाग्यम ध्रुवात   श्रंगिशोदधिसंधिग्  खलजीवित  खाताब  गलहालारसंधर इन पंक्तियों में कृष्ण और शंकर  की स्तुति की गयी है पर वैदिक गणित के अनुसार यह कूट भाषा में पाई PI का मान है और यह मान दशमलव के बत्तीसवे स्थान

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मैग्नेटिक मोनोपोल

  एकल चुम्बकीय ध्रुव (मैग्नेटिक मोनोपोल) बदल देगा दुनिया !!!   विज्ञान के सामान्य ज्ञान से हम यह जानते हैं कि किसी भी चुम्बक में दो ध्रुव होते हैं : उत्तर ध्रुव और दक्षिण ध्रुव . यदि हम किसी भी चुम्बक को तोड़ें तो दो ध्रुव उत्पन्न हो जायेंगे , और तोड़ने पर दो और

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ब्राउन – आउट सिस्टम

  ग्रिड फेल हो जाने पर कैसे काम करेगा  ब्राउन – आउट सिस्टम ग्रिड फेल होने का मुख्य कारण है बिजली की मांग और पूर्ति में अंतर होना और उसी वक़्त बिजली उत्पादन कर रहे किसी पॉवर हाउस का बंद हो जाना या ट्रांसमिशन लाइन का फेल होना . ऐसी स्तिथि में बचे हुए पॉवर

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पंचांग : भाग -2

    विश्व का सर्वाधिक वैज्ञानिक कलेंडर है हमारा पंचांग : भाग -2 प्राचीन काल से अब तक विभिन्न देशों में प्राचीन सभ्यताओं में सैंकड़ों कैलेंडर प्रयुक्त हुए हैं, वे या तो चन्द्र आधारित थे या फिर सूर्य आधारित . इसलिए उनमे अनेक त्रुटियाँ भरी पड़ी हैं . अगर चंद्रमासों को रखना हो, तो सौर वर्ष

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